02/06/2018
भारत की ऋतुएँ|Indian Seasons In Hindi|Bharat Ki Ritu in Hindi Language
भारत की ऋतुएँ
हमारे देश में विभिन्न प्रकार के ऋतुएँ होती है.आज हम इस Article में इन्ही ऋतुएँ में से चार मुख्य ऋतुओं के बारे में जानेंगे.उसके साथ ही इन ऋतुओ के होने का कारण भी समझेंगे.और तो और इन ऋतुओं का फसलो में पड़ने वाला प्रभाव को भी समझेंगे.
यह विषय परीक्षाओ के दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है.जो की प्रतिभागियो के आगामी परीक्षाओ के लिए पढ़ना आवश्यक है.
ऋतुओं के प्रकार
- ऊष्ण शुष्क ऋतू (ग्रीष्म ऋतू)-(Summer Season)
- ऊष्ण आर्द्र ऋतू (वर्षा ऋतू)-(The Rain Season)
- शीत शुष्क ऋतू (शरद ऋतू)-(Cold Dry Season)
- शीत आर्द्र ऋतू (शीत ऋतू)-(Cold Humidity Season)
1.ऊष्ण शुष्क ऋतू
- इस ऋतू की अवधि आमतौर पर मार्च से जून तक होती है.
- सूर्य का कर्क रेखा में प्रवेश करने के कारण उत्तर भारत में तापमान बढ़ता है.
- तापमान बढ़ने से न्यून वायुदाब क्षेत्र की उत्पत्ति होती है.
- न्यून वायुदाब से चक्रवात का भी निर्माण होता है.
2.ऊष्ण आर्द्र ऋतू
- इस ऋतू की अवधि आमतौर पर जून से सितम्बर तक होता है.
- इस ऋतू में ही भारत में मानसून का आगमन होता है.
- भारत में सबसे पहले मानसून केरल राज्य में आता है.लेकिन अंडमान निकोबार द्वीप समूह में मई में ही प्रवेश करता है.
- भारत में मानसून का आने का मुख्य कारण जेटस्ट्रीम और तापान्तर है.
- भारत की मानसून दक्षिणी-पश्चिमी मानसून होता है.जो हिन्द महासागर और अरब सागर से भारत में प्रवेश करता है.
3.शीत शुष्क ऋतू
- इसे पीछे हटते मानसून की ऋतू भी कहते है.
- इसकी अवधि मध्य सितम्बर से मध्य दिसम्बर होती है.
- इस ऋतू का अंत सामान्यतः मकर सक्रांति को होता है.यह वही समय होता है जब सूर्य मकर रेखा में प्रवेश करता है.(22 दिसम्बर)
- तमिलनाडु में वर्षा होती है.
4.शीत आर्द्र ऋतू
- इसकी अवधि दिसम्बर से फरवरी तक होती है.
- इस ऋतू में उत्तरी भागों में वर्षा एवं पर्वतीय क्षेत्रो में हिमपात होता है.